PM मोदी आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बृहस्पतिवार सुबह इंडोनेशिया पहुंचे। जकार्ता एयरपोर्ट से लेकर होटल पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत किया गया। होटल में बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने प्रधानमंत्री के स्वागत में सांस्कृतिक नृत्य किया। प्रधानमंत्री ने एनआरआई से भी मुलाकात की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने आसियान शिखर सम्मेलन को संबोधित किया करते हुए कहा कि पिछले साल हमने भारत-आसियान मैत्री दिवस मनाया था और आज हमारी साझेदारी चौथे दशक में प्रवेश कर रही है। प्रधानमंत्री ने सम्मेलन के आयोजन के लिए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो को बधाई दी। मोदी ने कहा कि इस सम्मेलन का सह अध्यक्षता करना मेरे लिए गर्व की बात है।
आसियान शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री का संबोधन
आसियान भारत शिखर सम्मेलन में भाग लेने के दौरान, पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत-आसियान शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करना मेरे लिए बहुत खुशी की बात है क्योंकि हमारी साझेदारी अपने चौथे दशक में प्रवेश कर रही है। मैं इस सम्मेलन के इतने अच्छे आयोजन के लिए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति विडोडो को बधाई देता हूं और धन्यवाद देता हूं। कंबोडिया के प्रधान मंत्री को उनके हाल ही में पदभार ग्रहण करने पर हार्दिक बधाई।
पीएम मोदी ने यह भी कहा, ‘हमारा इतिहास और भूगोल भारत और आसियान को जोड़ता है। इसके साथ ही साझा मूल्य, क्षेत्रीय एकता और साझा मान्यताएं भी हमें एक साथ बांधती हैं। आसियान भारत की एक्ट ईस्ट नीति का केंद्रीय स्तंभ है। पिछले वर्ष हमने भारत आसियान मैत्री वर्ष मनाया। आज वैश्विक अनिश्चितता के माहौल में भी हर क्षेत्र में हमारा आपसी सहयोग निरंतर आगे बढ़ रहा है, जो हमारे संबंधों की मजबूती का प्रमाण है। आसियान महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां सभी आवाजें सुनी जाती हैं। आसियान वैश्विक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 21वीं सदी एशिया की सदी है, ये हम सब की सदी है, इसलिए आवश्यक है कि हम एक रूल बेस्ड पोस्ट कोविड वर्ल्ड ऑर्डर का निर्माण करें’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा बेहद व्यस्त है
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा रणनीतिक तौर पर अहम माना जा रहा है, जहां दोनों देश आपसी साझेदारी की भविष्य की रूपरेखा पर चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जकार्ता पहुंच गए हैं। अब सुबह हो चुकी है, लेकिन उनका यहां व्यस्त कार्यक्रम है। कुछ घंटों बाद वह भारत-आसियान शिखर सम्मेलन और फिर पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
नई दिल्ली रवाना होने से पहले मोदी ने कहा कि भारत और आसियान के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी ने नई दिल्ली के साथ समूह के संबंधों में नई गतिशीलता ला दी है।
दौरे से पहले प्रधानमंत्री ने ये बात कही
जकार्ता में मोदी आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के साथ-साथ पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे। बैठक के तुरंत बाद वह दिल्ली लौट आएंगे, जहां भारत 9 और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। मोदी ने जकार्ता रवाना होने से पहले अपने बयान में कहा, “आसियान के साथ जुड़ाव भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं आसियान नेताओं के साथ हमारी साझेदारी के भविष्य के स्वरूप पर चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं, जो अब अपने चौथे दशक में प्रवेश कर चुकी है। आसियान में शामिल होना भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। पिछले वर्ष व्यापक रणनीतिक साझेदारी ने हमारे संबंधों को गति दी है।
आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लूंगा। यह मंच खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन सहित क्षेत्र में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने का एक उपयोगी अवसर प्रदान करता है। मैं इन वैश्विक चुनौतियों से सामूहिक रूप से निपटने के लिए व्यावहारिक सहयोग उपायों पर अन्य ईएएस नेताओं के साथ विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए उत्सुक हूं। पिछले साल बाली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया की मेरी यात्रा की यादें अभी भी मेरे दिमाग में ताजा हैं और मुझे विश्वास है कि यह यात्रा आसियान क्षेत्र के साथ हमारी साझेदारी को और मजबूत करेगी।
प्रधानमंत्री का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री मोदी सुबह 7 बजे आसियान भारत शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जाएंगे। कुछ घंटे बाद सुबह 8.45 बजे वह ईस्ट एशिया समिट के लिए रवाना होंगे। बैठक के बाद प्रधानमंत्री भारत के लिए रवाना हो जायेंगे। मोदी 7 सितंबर की शाम (6.45 बजे) दिल्ली लौट आएंगे। फिर अगले दिन यानी 8 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी तीनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन भी शामिल हैं।
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