नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2020 में भारतीय संसद के नए संसद भवन की आधारशिला रखी, जिसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने किया। यह नया संसद भवन 28 मई को 862 करोड़ रुपये की लागत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित किया गया था।
केंद्र सरकार ने 5 दिनों का विशेष सत्र बुलाया है। संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलेगा। चर्चा है कि नए संसद भवन में संसद का विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सत्र 18 सितंबर को पुरानी इमारत में शुरू होगा, लेकिन 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर नए संसद भवन में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
माना जा रहा है कि विशेष सत्र में सरकार एक देश एक चुनाव पर बिल ला सकती है। इसके अलावा सरकार विशेष सत्र के दौरान कई अहम बिल भी पेश कर सकती है। इसके अलावा महिला आरक्षण पर भी विधेयक लाने की बात हो रही है। ऐसा माना जा रहा है की मोदी सरकार संसद के विशेष सत्र में संविधान से ‘इंडिया‘ शब्द हटाने का प्रस्ताव ला सकती है। इस चर्चा को इसलिए भी बल मिल रहा है क्योंकि राष्ट्रपति ने जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्राध्यक्षों को जो निमंत्रण भेजा है, उस पर ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत‘ लिखा हुआ है। जबकि, अब तक ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया‘ लिखा जाता था। इतना ही नहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने भी सोमवार को कहा कि लोगों को ‘इंडिया’ की जगह अब ‘भारत’ कहना चाहिए।
सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर विशेष सत्र का एजेंडा मांगा है। उन्होंने 18 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र के दौरान देश की आर्थिक स्थिति, जाति जनगणना, चीन के साथ सीमा गतिरोध और अडानी समूह से जुड़े नए खुलासों की पृष्ठभूमि में एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने मांगों पर समुचित चर्चा की मांग की है। पत्र में उन्होंने कहा, “मैं इस बात का उल्लेख करना चाहूंगी कि संसद का विशेष सत्र राजनीतिक दलों से विचार-विमर्श किए बिना बुला लिया गया। इस सत्र के एजेंडे के बारे में हमें जानकारी नहीं है।”
खड़गे के आवास पर बनी विपक्ष की रणनीति
I.N.D.I.A गठबंधन के लोकसभा और राज्यसभा में दलों के नेता, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में उनके आवास पर आयोजित रात्रिभोज में शामिल हुए। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि विशेष सत्र के लिए दो हफ्ते से भी कम समय बचा है, लेकिन सरकार ने अभी तक सत्र के लिए एजेंडा जारी नहीं किया है। उन्होंने सरकार से अपना एजेंडा बताने की अपील करते हुए कहा कि सरकार को पारदर्शिता बरतनी चाहिए।
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