मध्य मोरक्को में 6.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया है, जिसमें अब तक 2,012 लोग मारे गए हैं और मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। माना जाता है कि मृतकों में से कई दूरदराज के पहाड़ी इलाकों से आए थे और कई शव पहले ही बरामद किए जा चुके हैं।
मोरक्को के आंतरिक मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि भीषण भूकंप में 2,000 से अधिक लोग मारे गए और कम से कम 2,000 लोग घायल हो गए, जिनमें से कई गंभीर रूप से घायल हो गए। बयान के मुताबिक, 2,012 लोगों की मौत और 2,059 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है, जिनमें 1,404 की हालत गंभीर है।
6.8 तीव्रता का भूकंप
कैसाब्लांका से लेकर मराकेश तक देश के कई हिस्सों में तेज झटके महसूस किए गए, जिसके बाद कई इमारतें ढह गईं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.8 मापी गई। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के अनुसार, भूकंप शुक्रवार स्थानीय समय (सुबह 6 बजे पूर्वी समय) पर आया और इसकी गहराई 18.5 किलोमीटर (11.4 मील) थी। इसका केंद्र मराकेश से 71 किमी (44 मील) दक्षिण-पश्चिम में हाई एटलस पर्वत था।
बचाव एवं राहत कार्य जारी है
माना जा रहा है कि मलबे में अभी भी कई लोग फंसे हुए हैं और बचाव कार्य जारी है। कई शव पहले ही बरामद किये जा चुके हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। देश के शाही महल ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इसमें यह भी कहा गया कि सशस्त्र बल प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल, खाद्य आपूर्ति, तंबू और कंबल उपलब्ध कराने के लिए बचाव दल तैनात करेंगे।
भारत हर मदद के लिए तैयार: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को में आए भूकंप में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, “मोरक्को में भूकंप के कारण जान-माल के नुकसान से बहुत दुखी हूं। इस दुखद क्षण में, मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। इस कठिन समय में भारत मोरक्को को हरसंभव सहायता देने को तैयार है।”